5 सितंबर को मनाया जाता शिक्षक दिवस,
सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म दिवस,
उन्हीं के स्मरण में मनाया जाता शिक्षक दिवस।
शिक्षक होता चांद के समान,
अंधकार को भेदकर करता प्रकाश,
पूरी जगत में फैलाता चांदनी का उजास।
शिक्षक होते सुबह की भोर,
विद्यार्थी को देते ओज,
आगे बढ़ने की बढ़ती सोच।
शिक्षक कराते मार्गदर्शन,
शिक्षा का पढ़ाते उनको पाठ,
मिलती उनको नई सीख की राह।
जब आता जीवन में अंधकार,
शिक्षा देता दूर करने का ज्ञान,
विधार्थी करते ज्ञान प्राप्त।
शिक्षक आगे बढ़ने की देता प्रेरणा,
ग्रहण कर ज्ञान का पाठ,
विधार्थी आगे बढ़ता रहता।
शिक्षक होता है दीपक,
ज्ञान को करता प्रदीप्त,
पूरे जगत को करता उज्जवल।
शिक्षक का करो सम्मान,
विद्यार्थी होते उनकी जान,
शिक्षक होते हमारा अभिमान।
शिक्षक के बिना शिक्षा अधूरी,
शिक्षा के बिना बच्चे अधूरे,
ज्ञान के बिना देश का विकास अधूरा।
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा
Gunjan Kamal
16-Nov-2022 08:06 PM
बहुत ही सुन्दर
Reply
Muskan khan
12-Nov-2022 08:08 PM
बहुत लाजवाब प्रस्तुति
Reply
Teena yadav
12-Nov-2022 06:09 PM
Nice
Reply